फगवाड़ा 8 अप्रैल ( प्रीति जग्गी ) केन्द्र सरकार द्वारा घरेलू रसोई गैस का मुल्य 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ाने की कड़ी निंदा करते हुए जिला कपूरथला कांग्रेस कमेटी के प्रधान और हलका फगवाड़ा से विधायक बलविन्द्र सिंह धालीवाल ने आज कहा कि मोदी सरकार ने गरीब और मध्य वर्ग की कमर तोडऩे का काम किया है। उन्होंने बढ़ाई कीमत तुरंत वापिस लेने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने सत्ता में आने से पहले सौ दिन में महंगाई पर अंकुश लगाने का वायदा किया था लेकिन ग्यारह साल बाद हालत यह है कि महंगाई कम होने की बजाय कई गुणा बढ़ गई है। धालीवाल ने यू.पी.ए. सरकार के समय पैट्रो पदार्थों के मुल्यों का जिक्र करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह सरकार के समय वर्ष 2011 में क्रूड आयल का मुल्य 94.88 यू.एस. डालर प्रति बैरल था और तब भारत में पैट्रोल का मुल्य 63.77 रुपए था। आज क्रूड आयल करीब 60 डालर के मुल्य पर होने के बावजूद देश में पैट्रोल 90 से 100 रुपए लिटर बेचा जा रहा है। यहां तक कि कोविड काल में जब क्रूड आयल भारी गिरावट के साथ 40 डालर प्रति बैरल बिक रहा था, तब भी मोदी सरकार ने जनता को राहत नहीं दी और पैट्रोल का दाम 80 रुपए से कम नहीं किया। उन्होंने डालर के मुकाबले रुपए के गिरते स्तर के लिये भी मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों को जिम्मेवार ठहराया। विधायक धालीवाल ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेन्द्र मोदी डालर की कीमत 60 रुपए को छूने को लेकर कटाक्ष करते थे मगर आज वही डालर 85 रुपए का हो गया, लेकिन प्रधानमंत्री की पूरी कैबिनेट की जुबान पर ताला लगा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस पार्टी चुप नहीं बैठेगी। यदि रसोई गैस की बढ़ी कीमत तुरंत वापिस न ली गई तो कांग्रेस की सीनियर लीडरशिप के आदेशानुसार मोदी सरकार के विरुद्ध बड़ा जन आंदोलन शुरु किया जायेगा।