फगवाड़ा, 23 मार्च (प्रीति जग्गी) भारतीय किसान यूनियन दोआबा की राज्य इकाई की एक आपातकालीन बैठक गुरुद्वारा श्री सुखचैनाना साहिब, फगवाड़ा में यूनियन के महासचिव सतनाम सिंह साहनी की अध्यक्षता में हुई। बैठक के दौरान पंजाब सरकार द्वारा वरिष्ठ किसान नेताओं की गिरफ्तारी तथा शंभू व खनौरी बॉर्डर पर पिछले 13 महीनों से चल रहे धरने को जबरन खत्म करवाने पर कड़ा विरोध जताया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों को संबोधित करते हुए सीनियर नेता संतोख सिंह लखपुर, कुलविंदर सिंह काला अठौली और गुरपाल सिंह पाला मौली के अलावा प्रेस सचिव सतनाम सिंह साहनी ने कहा कि केंद्र के इशारे पर मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार किसानों पर अत्याचार और दमन कर रही है। किसान नेताओं को बातचीत के लिए चंडीगढ़ बुलाना, फिर उन्हें धोखे से गिरफ्तार करना और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को पुलिस द्वारा हिंसक तरीके से खत्म करवाना लोकतंत्र का अपमान है। उन्होंने सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा किसानों के ट्रैक्टरों, ट्रॉलियों और अन्य कीमती सामानों की तोड़फोड़ की भी कड़ी निंदा की। किसान नेताओं ने कहा कि वे समान विचारधारा वाले संगठनों के साथ सोमवार 24 मार्च को एसडीएम से मिलेंगे और गिरफ्तार किसान नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग करेंगे। फिल्लौर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा तथा पंजाब सरकार का पुतला भी जलाया जाएगा। इसी प्रकार, शनिवार 29 मार्च को डी.सी. होशियारपुर कार्यालय का घेराव किया जाएगा तथा पुतला जलाया जाएगा। उन्होंने कड़े लहजे में चेतावनी दी कि पंजाब सरकार की धौंस-धौंस कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसानों पर हो रहे अत्याचार, दमन और उत्पीड़न को लेकर सभी पंजाबियों में भारी गुस्सा है। भगवंत मान सरकार को इस अत्याचार का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। पटियाला में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा सेना के कर्नल की पिटाई का हवाला देते हुए किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब में पुलिस की बर्बरता चरम पर है, जो बेहद शर्मनाक है। उन्होंने सेना के कर्नल की पिटाई की भी कड़ी निंदा की और कहा कि किसान संगठन भी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाएंगे। इस अवसर पर मुख्तार सिंह, बलजिंदर सिंह, दिनेश भंडारी, जसवीर सिंह चेला, हरजीत सिंह ढेसी, तरसेम सिंह ढिल्लों, राणा मथड्डा, जसप्रीत ढट्ट, दविंदर संधू, कश्मीर पन्नू मेहितपुर, नगिंदर सिंह उधोवन, गुरमुख सिंह चक्कोवाल, रशपाल सिंह, मक्खन सिंह टोडरपुर, सुरिंदर सिंह मलकपुर, रवेल सिंह मलकपुर, कुलजीत सिंह, सरवन सिंह लाडियां, मेजर सिंह कुलथम, जग्गा सिंह राणे, दीपी मुसापुर, जीत सरहाला राणुआं, रविंदर सिंह बिंदा, मेजर सिंह अठोली आदि उपस्थित थे।