लुधियाना, 09 अप्रैल
बुड्ढे दरिया के किनारे बसे गांव भूखड़ी खुर्द दरिया की सफाई को लेकर चल रही गतिविधियों का केंद्रीय धुरा बन गया है। आज दोपहर बाद पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन आदर्श विज और सदस्य सचिव जी.एस. मजीठिया सहित बोर्ड के अन्य अधिकारी उच्चस्तरीय तौर पर भूखड़ी खुर्द पहुंचे। इस दौरान एन.आर.आई. सभा पंजाब की प्रधान परमिंदर कौर बंगां ने भूखड़ी खुर्द के पास बुड्ढे दरिया में साफ पानी बहते देख प्रवासी पंजाबियों से अपील की कि वे राज्य सभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल जी का सहयोग करें, जो पंजाबियों की विरासत माने जाने वाले नदियों और दरियाओं को प्रदूषण मुक्त करने में लगे हुए हैं।
गांव भूखड़ी खुर्द के पास बहते साफ पानी के साथ जलचर जीव भी वापस आएंगे। पी.पी.सी.बी. के चेयरमैन आदर्श विज ने कहा कि भूखड़ी खुर्द के पास जो डेयरियां थीं, जिनका गोबर दरिया में गिरता था, उसे निकालना बड़ी चुनौती थी। डेयरियों के गोबर का प्रबंधन करके संत सीचेवाल ने मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि गाय के गोबर से केंचुआ खाद तैयार की जा सकती है, जिससे भूमि की उर्वरता बढ़ाने में मदद मिलेगी उन्होंने दावा किया कि गोबर से तैयार केंचुआ की खाद को काला सोना कहा जाता है। इसका उपयोग रासायनिक खादों की खपत को कम करेगा।
एन.आर.आई. सभा की प्रधान परमिंदर कौर बंगां ने बुड्ढे दरिया में साफ पानी बहते देख कहा कि भूखड़ी खुर्द का नाम हमेशा याद रखा जाएगा, जिन्होंने राज्य सभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल की अगुवाई में चल रहे सेवा कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि संत सीचेवाल ने जिन 250 गांवों में सीचेवाल मॉडल स्थापित किए हैं, उनमें सबसे बड़ा योगदान प्रवासी पंजाबियों का रहा है। यह मॉडल आज भी सफलता पूर्वक चल रहे हैं।
संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने बुड्ढे दरिया में भूखड़ी खुर्द तक आए साफ पानी में स्नान करने के बाद कहा कि यह बुड्ढे दरिया के प्रदूषण का अंत करने की शुरुआत है। यहां पानी का टीडीएस 156 मापी गई। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में संगठघाट तक साफ पानी बहने लगेगा। संत सीचेवाल ने बताया कि दरिया से दशकों से जमी गाद निकाली जा रही है। भूखड़ी खुर्द के सरपंच सतपाल सिंह ने संगतों को आंमंत्रित किया कि वे विशाखी के ऐतिहासिक स्नान के लिए उनके गांव भूखड़ी खुर्द आएं।